‘‘मुझे क्राइम सीरीज काफी रोमांचक और दिलचस्प लगते हैं‘‘, यह कहना है एण्डटीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ की मोना सिंह का

टेलीविजन से थोड़े समय के विराम के बाद, खूबसूरत और जोश से भरपूर मोना सिंह एक एक्टर के तौर पर नहीं, बल्कि बतौर होस्ट वापसी करने जा रही हैं! अपने खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करवाते हुये, बहुमुखी प्रतिभा की धनी, ये एक्ट्रेस एण्डटीवी के ‘मौका-ए-वारदात‘ शो को होस्ट करने वाली हैं। यह एक रोचक वीकडे क्राइम सीरीज है। इसमें कोई शक नहीं कि, मोना अपनी नई भूमिका के लिये काफी उत्साहित हैं और उन्हें नये एपिसोड्स की शूटिंग का बेसब्री से इंतजार है। एक बातचीत में मोना सिंह ने अपनी भूमिका और होस्ट के रूप में वापसी की वजह के बारे में काफी कुछ बताया, और कई चीजों पर चर्चा की।
1.एण्डटीवी की क्राइम सीरीज ‘मौका-ए-वारदात‘ का हिस्सा बनकर कैसा महसूस हो रहा है?
हाल-फिलहाल मैं ओटीटी पर काफी शोज कर रही हूं। और पहले भी कई सारे शोज का हिस्सा रह चुकी हूं। मैं टेलीविजन पर एक दिलचस्प मौके का इंतजार कर रही थी और एण्डटीवी का ‘मौका-ए-वारदात‘ का आॅफर बिलकुल सही समय पर आया। यूं तो क्राइम का जोनर मेरे लिये नया नहीं है, लेकिन यह भूमिका नयी है। एक क्राइम शो को होस्ट करना पहली बार होने वाला है और मैं तुरंत ही इसका हिस्सा बनने के लिये तैयार हो गयी थी। क्राइम हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा बन गया है जिसे अलग नहीं किया जा सकता। हम अपने आस-पास घटने वाले अलग-अलग अपराधों के बारे में सुनते रहते हैं। ‘मौका-ए-वारदात‘ एक रोचक क्राइम सीरीज है, जिसमें दिमाग को झकझोर देने वाले अविश्वसनीय अपराधों को दर्शाया जा रहा है, जोकि दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर कर देगा कि ‘ये हुआ तो कैसे हुआ‘।
2. इस शो में अपनी भूमिका के बारे में बतायें। इसे चुनने की क्या वजह रही?
मैं बस इतना कह सकती हूं कि इसकी टाइमिंग बिलकुल सही थी। मुझे एक होस्ट की भूमिका निभाने का आॅफर मिला था, इससे पहले ऐसा मैंने कुछ किया नहीं था। इसके अलावा, क्राइम जोनर हमेशा ही मुझे आकर्षित करता रहा है और मैं इसका हिस्सा बनना चाहती थी। और फिर होस्ट बनने से बेहतर और क्या हो सकता है! बतौर होस्ट दर्शक मुझे कुछ बेहद ही जघन्य अपराधों की भूमिका पेश करते हुये देखेंगे। मुझे यह भूमिका बहुत महत्वपूर्ण लगी क्योंकि इसमें मुझे दर्शकों के सामने विषय को प्रस्तुत करना है। साथ ही उनके अंदर यह उत्सुकता पैदा करनी है कि बिलकुल असंभव से नजर आने वाले अपराधों को आखिर अंजाम कैसे दिया गया।

3.इस शो के नये एपिसोड्स में दर्शकों को किस तरह की आपराधिक कहानियां देखने को मिल सकती हैं?
दूसरे अपराध-आधारित शोज में दिखाये जाने वाले क्राइम के एक तय फाॅर्मेट और उसे अंजाम देने वाले की कहानी से अलग, ‘मौका-ए-वारदात‘ उससे आगे की बात कहता है। इस वीकडे क्राइम सीरीज में कुछ बेहद ही अजीबोगरीब और अविश्वसनीय कहानियां दिखायी गयी हैं, जोकि रियल-लाइफ की घटनाओं से प्रेरित हैं। इन कहानियों को दर्शकों की संवेदनशीलता के अनुरूप फिक्शन का रूप दिया गया है। किसी अपराध के पीछे किस तरह की साइकोलाॅजिकल चीज काम करती है, इससे दर्शकों को थ्रिलर के डेली डोज के साथ-साथ एक रोमांचक अनुभव भी मिलेगा।
4.क्या आपको अपराध-आधारित शोज देखना पसंद है? यदि हां, तो ऐसे शोज की कौन-सी बात आपको अच्छी लगी है?
बेशक, मुझे ये पसंद आते हैं! मुझे क्राइम सीरीज काफी रोचक और दिलचस्प लगते हैं। किसी के लिये भी अपराध की कहानी ही अपने आपमें झकझोर देने वाली और हैरान करने वाली होती है। दूसरी बात, अपराध की कहानी सारे पजल्स के अलग-अलग हिस्सों को एक साथ जोड़ने जैसी होती है। इससे पता चलता है कि क्या अपराध हुआ, क्यों और कैसे हुआ। यह मिस्ट्री और सस्पेंस पैदा करता है, जोकि दर्शकों को बांधे रखने का मुख्य कारण बन जाता है। जब भी मैं कोई क्राइम शो देखती हूं, तो मेरे अंदर एक छोटा-सा जासूस एक्टिवेट हो जाता है और मेरे दिमाग में भी साथ-साथ पड़ताल चलने लगती है।
5.क्राइम हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है। क्या आप लोगों को रोजमर्रा के जीवन में सावधान रहने के लिये कोई टिप्स या ट्रिक बताना चाहेंगी?
मेरा मानना है कि यह जानते हुये कि आज के समय में अपराध की दर बढ़ रही है, हम सबको सावधान रहना चाहिये। सेल्फ-डिफेंस की बेसिक चीजें हर किसी के लिये जरूरी है, उम्र या जेंडर से कोई फर्क नहीं पड़ता। साथ ही सबको अपने साथ पेपर स्प्रे हमेशा रखना चाहिये, खासकर जो लोग देर रात घर से बाहर निकल रहे हैं। सावधान, चैकन्ना और सतर्क रहना जरूरी है, क्योंकि इससे हम खतरे को भांप लेते हैं और समय पर सही कदम उठा पाते हैं।
6.आप अपने काम और घर के बीच किस तरह से बैलेंस बनाती हैं?
मैंने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल दुनिया के बीच बैलेंस बनाने के लिये कुछ नियम बना रखे हैं। मैंने ऐसा तय कर रखा है कि दोनों में से कोई एक-दूसरे के रास्ते में नहीं आ सकता। मैं कभी भी काम का बोझ घर लेकर नहीं आती और ना ही घर का तनाव अपने काम की जगह पर लेकर जाती हूं। वैसे, बेहद गंभीर किस्म के किरदार निभाने के दौरान कई बार घर पर रहते हुये भी सबकुछ भुलाना थोड़ा मुश्किल होता है, लेकिन ऐसा मैं कई बार सोच-समझकर भी करती हूं।
7.लाॅकडाउन के दौरान हर किसी ने कोई ना कोई हाॅबी चुनी या खुद को तरोताजा रखने और परिवार से जुड़ने के लिये वक्त निकाला। क्या आप ऐसी कोई चीज बताना चाहेंगी?
पहले लाॅकडाउन में श्याम और मेरी शादी हुयी थी और हमारे पास एक-दूसरे के लिये काफी समय था, जोकि बहुत अद्भुत है! हमने न्यू नाॅर्मल को स्वीकार कर लिया और इतने मुश्किल समय में खुश रहने के मौके ढूंढ लिये। मैं फैमिली-ओरियंटेड इंसान हूं और मुझे काम और घर के बीच सही तालमेल बिठाना पसंद है। एक व्यस्त काम के दिन के बाद, मुझे अपनों के साथ आराम से बैठने और थकान दूर करने में मजा आता है। इसके साथ ही मैंने इस लाॅकडाउन का इस्तेमाल अपने गार्डन में पौधों के साथ ढेर सारा वक्त बिताने में किया। मैं उन्हें पानी देती थी और उन्हें बढ़ते हुये देखना, एक कमाल का अनुभव था। मेरे अंदर के शेफ को भी बाहर लाने का मौका मिला और मैंने कुछ पंजाबी और दक्षिण भारतीय पकवान बनाये। यह मेरे लिए एक बेहद जरूरी ब्रेक था और खुद को खोजने का एक महत्वपूर्ण दौर।
8. आगे आपका कोई प्रोजेक्ट आने वाला है?
आश्चर्यजनक रूप से इस साल, मेरा पूरा कैलेंडर फुल है, जिसमें दो ओटीटी शोज, एक फिल्म– ‘लाल सिंह चड्ढा‘ और एण्डटीवी का ‘मौका-ए-वारदात‘ शामिल है। दो और शोज पर काम चल रहा है, लेकिन अभी मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं बता सकती, क्योंकि मेरा करार है। हालांकि, मुझे व्यस्त रहना पसंद है और मुझे बेहद खुशी है कि इस साल मैं अपना ज्यादातर वक्त शूटिंग में बिताने वाली हूं।
देखिये मोना सिंह को ‘मौका-ए-वारदात’ के ताजातरीन एपिसोड्स को होस्ट करते हुये, जल्द ही एण्डटीवी पर!