सावन के महीने में सुहागिन महिलाएं जरूर करें ये काम, मिलेगा महादेव का आशीर्वाद

सावन का महीना महादेव और माता पार्वती के पूजन का महीना है। इस महीने में ही माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न होकर महादेव उनसे विवाह के लिए राजी हुए थे। इसलिए ये महीना भोलेनाथ और माता पार्वती दोनों को अत्यंत प्रिय हैं। इस माह में माता पार्वती और महादेव का पूजन करने से मनोकामना पूरी होती है, साथ ही वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर होती हैं।
महिलाएं सावन के महीने में सावन के सोमवार, मंगला गौरी व्रत और हरियाली तीज जैसे व्रत रखकर अपने खुशहाल वैवाहिक जीवन और पति की दीर्घायु की कामना करती हैं। कहा जाता है कि अगर सावन में महिलाएं रोजाना 10 काम करें तो माता पार्वती अत्यंत प्रसन्न होती हैं और महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसे 10 काम जो सावन के महीने में प्रत्येक सुहागिन महिला को जरूर करने चाहिए।
रोजाना करें यह काम
सावन के महीने में महिलाओं को रोजाना स्नान करके और शिवजी को जल चढ़ाने के बाद ही खुद और अन्न जल ग्रहण करना चाहिए। उन्हें पंचामृत चढ़ाना चाहिए, बेलपत्र चढ़ाना चाहिए और उसके बाद शिव चालीसा का पाठ भी करना चाहिए।
हरी चूड़ियां पहनें
विवाहित महिलाओं के लिए दूसरा सबसे जरूरी काम यह है कि उन्हें सावन के महीने में हरी चूड़ियां पहननी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि हरी चूड़ियां पहनने वाली महिलाओं से भोलेबाबा जल्द ही प्रसन्न होते हैं और उन्हें सदा सौभाग्यवती रहने व उनके पति को दीघार्यु रहने का आशीर्वाद देते हैं। इसके अलावा शादीशुदा महिलाओं को सावन के महीने में मंगलसूत्र भी जरूर पहनना चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखें कि आपका मंगलसूत्र कहीं से भी टूटा हुआ न हो।
भूलकर भी न पहनें इस रंग के कपड़े
वैसे तो विवाहित महिलाओं को काले कपड़े कभी नहीं पहनने चाहिए। लेकिन हो सके तो सावन के महीने में तो ये कपड़े भूलकर भी न पहनें। काले वस्त्रों को सुहागिन महिलाओं के लिए अच्छा नहीं माना जाता है। सावन में सुहागिन महिलाओं को लाल, पीले और हरे रंग के कपड़े अधिक से अधिक
पहनने चाहिए।
मांग में सिंदूर
सभी विवाहित महिलाओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनकी मांग हमेशा भरी रहे। खास तौर पर सावन के महीने में भूलकर भी आपकी मांग खाली नहीं रहनी चाहिए और इसमें सदैव सिंदूर सजा रहना चाहिए। सिंदूर लगाकर ही महिलाओं को पति के सामने आना चाहिए। ऐसा करने वाली महिलाओं को भोलेनाथ अखंड सौभाग्यवती रहने की आशीर्वाद देते हैं।
बिछिया और पायल
सावन के महीने में विवाहित महिलाओं के पैर में बिछिया और पायल जरूर रहना चाहिए। मान्यता है कि जो महिलाएं सावन के महीने में छन-छन करने वाली पायल पहनती हैं उनके घर में भोलेबाबा और पार्वती स्वयं पधारते हैं। इतना ही नहीं ऐसी महिलाओं को साक्षात लक्ष्मी का रूप माना जाता है और ऐसे लोगों के घर में कभी धन की कमी नहीं होती है।
इन वस्तुओं का करें दान
सभी विवाहित महिलाओं को सावन के महीने में श्रृंगार की चीजों का दान करना चाहिए। इसका दान आप किसी भी गरीब या फिर किसी भी विवाहित महिला करेंगी तो आपका सुहाग हमेशाा सलामत रहेगा और आपके घर में सदैव प्रसन्नता बनी रहेगी। परिवार में खुशियां आएंगी और भोलेबाबा आपसे प्रसन्न होकर सुखी संपन्न रहने का आशीर्वाद देंगे।
न करें क्रोध
सावन के महीने में सुहागिन महिलाओं को कभी क्रोध नहीं करना चाहिए और न ही किसी से ऊंची आवाज में बात करनी चाहिए। परिवार में भी किसी से वाद-विवाद करने से बचना चाहिए। अगर आपको किसी की बात बुरी भी लगती है या फिर उस पर गुस्सा आता है तो उस वक्त ओम नम: शिवाय मंत्र का जप करने से आपका गुस्सा शांत हो जाएगा। ऐसा करने से आपके घर में क्लेश नहीं होता है।
हाथों पर मेंहदी
सावन के महीने में सभी विवाहित महिलाओं को हाथों पर मेंहदी जरूर लगानी चाहिए। हाथों पर हरी-हरी मेंहदी लगाना सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत शुभ माना जाता है और ऐसा करने से उन्हें माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसे सुहाग की निशानी माना जाता है।
सोलह श्रृंगार
सोलह श्रृंगार विवाहित महिलाओं का गहना माना जाता है। सावन के महीने में विवाहित महिलाओं को अवश्य ही सोलह श्रृंगार करना चाहिए। इसके अलावा श्रृंगार की सभी वस्तुएं माता पार्वती को अर्पित करनी चाहिए। इससे माता पार्वती खुश होती हैं और आपको अखंड सौभाग्यवती होने का आशीर्वाद देती हैं।
सोमवार को भजन
सावन के महीने में सुहागिन महिलाओं को हर सोमवार को शिवजी और पार्वतीजी के भजन करने चाहिए और सुखी रहने की प्रार्थना करना चाहिए। भगवान शिव और माता पार्वती थोड़े सी पूजा करने पर ही अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं और उन्हें सदैव सुखी संपन्न रहने का आशीष देते हैं।