पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जै़ल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह बीजेपी में शामिल
नई दिल्ली। सोमवार को देश के पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जै़ल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। इंद्रजीत सिंह ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की मौजूदगी में भाजपा का दामन थम लिया है। बता दें कि अगले साल पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में सभी सियासी अपने आप को मजबूत करने के लिए हरमुमकिन कोशिश कर रही है। इनमें बड़ी हस्तियों और बड़े चेहरों को पार्टी में शामिल करा रही है। बता दें कि अगले साल 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसमें यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर शामिल है।
पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पूर्व राष्ट्रपति के पोते इंद्रजीत सिंह ने मीडिया को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा की जमकर प्रंशासा की। तो वहीं कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, आज लंबे वक्त के बाद जो मेरे दादा जी ज्ञानी जैल सिंह जी थे उनकी मनोकामना आज पूरी हो गई। पार्टी में जहां भी ड्यूटी लगाएगी उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा।
वहीं कांग्रेस पर वार करते हुए इंद्रजीत सिंह ने कहा कि जिस तरीके से कांग्रेस ने उनके साथ सलूक किया, उनका दिल दुखाया, उनकी वफादारी का क्या सिला दिया आप सब लोग जानते हैं। इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस को कठघरे में खड़ा करते हुए अपने दादा की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े किए। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, साल 1994 में उनके दादा ज्ञानी जै़ल सिंह की कार का किसी साजिश के तहत जानबूझकर एक्सीडेंट कराया गया था जिसके बाद उपचार के दौरान उनका निधन हो गया था।
बता दें कि ज्ञानी जैल सिंह देश के सातवें राष्ट्रपति थे। इस पद पर पहुंचने से पहले वह विधायक, मंत्री, सांसद, मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री के रूप में भी सेवाएं दे चुके थे। उनका जन्म पंजाब के फरीदकोट जिले में हुआ था। ज्ञानी जैल सिंह राष्ट्रपति बनने के बाद भी जब कभी पंजाब के आसपास होते थे तो वह आनंदपुर साहिब जाना नहीं भूलते थे। बाद में भी 1994 में तख्त श्री केशगढ़ साहिब जाते समय उनकी गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उन्हें चंडीगढ़ पीजीआई अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया था, जहां उनका निधन हो गया था।
