चरणजीत चन्नी ने ली पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ, ओपी सोनी-सुखजिंदर रंधावा बने उपमुख्यमंत्री
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले पंजाब में बड़ा बदलाव हुआ है। कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा कर कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंप दी है। नवनियुक्त दलित-सिख मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को एक सादे समारोह में राजभवन में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। उनके साथ दो डिप्टी सीएम ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
उपमुख्यमंत्रियों में एक जाट सिख और दूसरा हिंदू समुदाय से है। चुनाव से पहले कांग्रेस ने वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। वहीं चरणजीत सिंह चन्नी के पास चुनौतियां बहुत ज्यादा है। एक तरफ कांग्रेस में उठ रहे बगावत के सुर को शांत करना है तो दूसरी तरफ उनके पास सरकार चलाने के लिए मोहलत कम है। उनके पास खुद को साबित करने के लिए लगभग 12 सप्ताह का ही वक्त है। क्योंकि आचार संहिता लग जाने के बाद चरणजीत सिंह कोई ‘करिश्मा’ नहीं दिखा पाएंगे।
चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण में कैप्टन अमरिंदर सिंह का नहीं पहुंचना यह बताता है कि कांग्रेस में कुछ भी ‘ऑल इज वेल’ नहीं हुआ है। सुनील जाखड़ ने भी हरीश रावत के खिलाफ ट्वीट करके नाराजगी जाहिर की है। राहुल गांधी भी कार्यक्रम में देर से पहुंचे। जिसकी वजह से समारोह 20 मिनट देरी से शुरू हुआ। सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी, अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली पिछली मंत्रिपरिषद के दोनों मंत्रियों ने उपमुख्यमंत्रियों के पदों के लिए शपथ ली।
