जहांगीर पुरी हिंसा: शोभा यात्रा पर फायरिंग करने वाला असलम गिरफ्तार
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में कल हनुमान जंयती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा पर पथराव और हिंसा के मामले में अब तक पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाला असलम भी दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस आरोपी असलम के पास से उस पिस्टल को भी बरामद कर लिया है जिससे उसने शोभा यात्रा के दौरान फायरिंग की थी।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी अंसार को गिरफ्तार कर लिया है। अंसार कुख्यात सट्टेबाज है। उस पर पहले से ही कई मामले दर्ज हैं। हिंसा का मुख्य आरोपी अंसार जहांगीर पुरी के C ब्लॉक में रहता है। FIR में भी इसी अंसार का नाम है। ये C ब्लॉक का मुस्लिम नेता है।
अंसार, 2020 CAA/ NRC के दौरान होने वाले जहांगीर पुरी के प्रोटेस्ट साइट पर बहुत एक्टिव रहता था। अभी अंसार पुलिस के पास है जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है। उधर, जहांगीरपुरी हिंसा के आरोपी अंसार की पत्नी का कहना है कि उसका पति बेकसूर है।
इस हिंसा मामले में अब तक कुल 14 उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि कई अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 147, 148, 149, 186, 353, 307, 323, 332, 427, 436, 120 बी और 27 आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर की है।
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के मुताबिक शनिवार शाम करीब 6 बजे शोभायात्रा जहांगीरपुरी के जामा मस्जिद तक पहुंची थी। पुलिस का कहना है कि अंसार नाम का शख्स अपने चार-पांच साथियों के साथ मौके पर पहुंचा और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस की। बहस के बाद दोनों पक्षों में झगड़ा बढ़ गया और पथराव शुरू हो गया।
पुलिस के मुताबिक पहले दोनों पक्षों को समझाकर हालात काबू में कर लिया गया था, लेकिन बाद में फिर पथराव और धार्मिक नारे लगने लगे और फायरिंग भी हुई। फायरिंग से सब इंस्पेक्टर मेदालाल घायल हुए। दिल्ली पुलिस के मुताबिक हिंसा को काबू में करने के लिए करीब 50 राउंड आंसू गैस के गोले दागने पड़े। पुलिस ने अपनी एफआईआर में पूरी घटना को सांप्रदायिक दंगा करार दिया है।
एफआईआर में पुलिस ने ये भी बताया है कि शोभायात्रा पहले शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थी। सी ब्लॉक जहांगीरपुरी पहुंचने के बाद हंगामा बरपा। खुद थाना इंचार्ज ने भी हिंसा में खुद के घायल होने की बात एफआईआर में दर्ज कराई है। इस मामले की जांच अब स्पेशल सेल को दी गई है। जो वीडियो सामने आए हैं, उनके बारे में एसआई मेदालाल का कहना है कि लोग वहां बांग्ला भाषा में भी नारेबाजी कर रहे थे। बता दें कि इलाके में काफी बांग्लादेशी भी अवैध तरीके से रहते हैं।
