Nov 10 2025 / 7:10 PM

एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी को बहुमत, केजरीवाल बोले- हम सब मिलकर काम करेंगे

नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के नतीजे लगभग आ गए हैं, इस बार एमसीडी में जमकर ‘झाड़ू’ चला, जबकि 15 साल के बाद नगर निगम से ‘कमल’ बाहर हो गया है। नगर निगम में आम आदमी पार्टी ने बहुमत का आंकड़ा छू लिया है, आम आदमी पार्टी को 134 यहाँ जबकि भाजपा को यहाँ 104 सीटें मिली हैं। वहीं, अगर कांग्रेस और अन्य की बात करें तो कांग्रेस को यहाँ 9 सीटें मिलीं हैं जबकि अन्य के खाते में तीन सीटें आई हैं।

एमसीडी के परिणाम आने के बाद जहां आम आदमी पार्टी के दफ्तर में कार्यकर्ताओं के बीच जश्न का माहौल है तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठक चल रही है। जीत के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने लोगों का धन्यवाद किया।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव में जीत दर्ज करने वाले ‘आप’, भाजपा, कांग्रेस के सभी उम्मीदवारों और निर्दलियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि हम सब मिलकर काम करेंगे। लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे, अन्य दलों से दिल्ली को बेहतर बनाने के लिए साथ आने का आग्रह करेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को बधाई दी, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की कमान संभालने के लिए ‘अपने बेटे, भाई’ को चुनने के लिए उनका धन्यवाद किया।

माना जा रहा है कि नगर निगम चुनावों में भाजपा के पास मुद्दों की भी कमी थी तभी तो मुद्दों पर बात करने की बजाय पार्टी सत्येंद्र जैन के वायरल वीडियो और शराब घोटाले को लेकर आम आदमी पार्टी को घेरती रही। भाजपा इन चुनावों के प्रचार के दौरान मुद्दों से हटकर आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते ही नजर आई। भाजपा ने इन चुनावों में आम आदमी पार्टी नेता सत्येंद्र जैन के जेल में सुविधांए लेते वीडियो के जरिए पार्टी को घेरने की हर सम्भव कोशिश की। पार्टी ने प्रदूषण को लेकर भी आप को घेरा, लेकिन चुनाव में भाजपा को इसका कोई खास फायदा होता नजर नहीं आया।

दिल्ली में कूड़ा एक बड़ी समस्या है। राजधानी में सालों से तीन कूड़े के पहाड़ हैं- गाजीपुर, ओखला और भलस्वां नगर निगम ने गाजीपुर लैंडफिल साइट को समतल करने की डेडलाइन दिसंबर 2024 तय कर रखी थी लेकिन अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं किया गया। वहीं, भलस्वा साइट को अगले साल जुलाई तक समतल करने का लक्ष्य रखा गया था। जबकि, ओखला साइट के दिसंबर 2023 तक समतल होने की बात कही जा रही थी।

साल 2019 में गाजीपुर लैंडफिल साइट की ऊंचाई 65 मीटर तक जा पहुंची थी, यानी, यहां कूड़े का पहाड़ इतना ऊंचा हो गया था कि वो कुतुब मीनार से बस 8 मीटर ही छोटा रह गया था, कूड़े के पहाड़ को लेकर लोगों में आक्रोश साफ देखने को मिल रहा था। वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी कूड़े के पहाड़ को लेकर भाजपा को घेरा था।

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