हरियाणा विधानसभा में सीएम नायब सिंह सैनी ने हासिल किया विश्वास मत
नई दिल्ली। हरियाणा में मंगलवार को नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में नई सरकार बनी थी। आज विधानसभा के एक दिवसीय सत्र में सरकार ने ध्वनिमत से विश्वास प्रस्ताव को पास कर दिया है। इस विश्वासमत को लेकर जेजेपी ने अपने सभी विधायकों के लिए व्हिप जारी कर कहा था कि कोई भी विधायक सदन में पेश ना हो। लेकिन व्हिप जारी करने के बावजूद भी जेजेपी के पांच विधायक सदन में पहुंचे। लेकिन ये सभी विधायक तुरंत ही फिर सदन से बाहर भी निकल गए।
सीएम नायब सिंह सैनी ने विधानसभा सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मैं एक साधारण पारिवार से आता हूं, मेरे परिवार में कोई भी राजनीति में नहीं है। मैं सिर्फ भाजपा का एक पार्टी कार्यकर्ता हूं और आज मुझे इतना बड़ा अवसर दिया गया है। यह केवल भाजपा जैसी पार्टी में ही संभव है।
सैनी ने कहा कि मैं सदन को भरोसा दिलाता हूं कि जैसे प्रदेश में विकास कार्यों को मनोहर लाल जी ने आगे बढ़ाया। उसी गति से आगे भी विकास कार्यों को बढ़ाने का काम करेंगे। दिल्ली में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो काम हो रहा है, उसकी वजह से भारत पूरे विश्व में नंबर वन हो चुका है। बिना पर्ची बिना खर्ची के हरियाणा में युवाओं को नौकरी दी जा रही है। 2014 से पहले जो सरकार थी वो जनता के बीच दिखाई नहीं देती थी। जनता को वोट डालने के दौरान उनको बताना पड़ता था, लेकिन आज सरकार गली-मोहल्ले गांव तक पहुंच गई है।
वहीं, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू भी सदन से बाहर निकले। हरियाणा विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 90 है। जबकि भाजपा के पास कुल अपने विधायक 41 हैं. जबकि बहुमत का आंकड़ा 46 है. ऐसे में जेजेपी के सभी 10 विधायकों (पांच सदन में आए ही नहीं जबकि जो पांच आए वो सदन से आकर लौट गए) और एक निर्दलीय विधायक के बाहर आने के साथ ही अब विधानसभा में कुल संख्या 79 है। जिसके मुताबिक बहुमत का आंकड़ा 40 है। जबकि सदन में भाजपा के पास अपने विधायक 41 हैं।
बता दें कि नायब सिंह सैनी ने मंगलवार हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली थी। मंगलवार की सुबह मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद ही राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नायब सिंह सैनी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। सैनी के अलावा कंवरपाल गुज्जर और मूलचंद शर्मा ने भी कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली। कंवरपाल मनोहर पार्ट-2 सरकार में शिक्षा मंत्री थे, जबकि मूलचंद शर्मा पिछली सरकार में परिवहन मंत्री थे। साथ ही रणजीत सिंह, जयप्रकाश दलाल और डॉ. बनवारी लाल ने भी कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है।
