देवास में जल संकट को लेकर महापौर ने किया शिप्रा डेम और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण
जल आपूर्ति में लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई, महापौर ने दिए सख्त निर्देश
देवास। शहर में पिछले कुछ दिनों से उत्पन्न जलसंकट की गंभीर स्थिति को देखते हुए देवास महापौर श्रीमती गीता दुर्गेश अग्रवाल ने शिप्रा डेम और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने डेम का जलस्तर देखा और अधिकारियों को स्थिति में शीघ्र सुधार लाने के निर्देश दिए।
महापौर ने ट्रिटमेंट प्लांट में अधिकारियों के साथ बैठक भी की और शहर में पानी की आपूर्ति व्यवस्था की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि पाइप लाइन में जहां भी लीकेज की समस्या है, उसकी तत्काल मॉनिटरिंग की जाए। इसके लिए एक विशेष निगरानी दल गठित कर डेम और नदी के आसपास के हिस्सों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए।
महापौर ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि यदि भविष्य में जलप्रदाय व्यवस्था में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न होती है, तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जलस्तर में हो रहा है सुधार-
महापौर प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल ने जानकारी दी कि निरीक्षण के दौरान डेम में जलस्तर की समीक्षा की गई। उन्होंने बताया कि पहले डेम का जलस्तर घटकर 488.650 मीटर तक पहुँच गया था, जो जल संकट का मुख्य कारण बना। हालांकि, अब नर्मदा नदी से जल आपूर्ति शुरू होने के कारण जलस्तर में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और वर्तमान में यह 489.100 मीटर तक पहुंच चुका है। आने वाले दो से तीन दिनों में यह जलस्तर बढ़कर 492 मीटर तक पहुंचने की संभावना है, जिससे स्थिति में और सुधार होगा।
बोरिंग और टैंकर से हो रही आपूर्ति-
जल संकट से निपटने के लिए नगर निगम द्वारा कई बोरिंग को पुनः चालू किया गया है। अब तक नगर निगम के 17 बोरिंग चालू कर दिए गए हैं, जबकि 12 नए बोरिंग अधिग्रहित किए गए हैं। इन बोरिंगों के माध्यम से शहर के विभिन्न वार्डों में जल वितरण किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, 22 टैंकरों के माध्यम से भी निरंतर जल आपूर्ति की जा रही है। महापौर श्रीमती अग्रवाल ने बताया कि विधायक श्रीमंत गायत्री राजे पवार की विधायक निधि से 17 टैंकर भी संभवतः गुरुवार को प्राप्त हो जाएंगे, इससे शहर की जल वितरण व्यवस्था में और सुधार हो जाएगा।
सामग्री के स्टॉक की समीक्षा-
निरीक्षण के दौरान महापौर श्रीमती अग्रवाल ने वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी के शुद्धिकरण के लिए आवश्यक सामग्री के स्टॉक की भी जानकारी ली। यहां लैब का भी उन्होंने निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि आवश्यक संसाधनों की कोई कमी न हो।
जल संकट जल्द होगा समाप्त-
महापौर ने आश्वस्त किया कि जल संकट की स्थिति पर लगातार भोपाल एवं एनवीडीए अधिकारियों से चर्चा की जा रही है। शहर में जल्द ही सुचारू रूप से पानी की आपूर्ति प्रारंभ हो जाएगी और अगले चार से पांच दिनों में एक दिन छोड़कर नियमित पानी की आपूर्ति की जाएगी।
इस अवसर पर लोक निर्माण समिति अध्यक्ष गणेश पटेल, स्वास्थ्य समिति अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह बैस, शहरी गरीबी उप शमन समिति अध्यक्ष शीतल गेहलोद, यातायात एवं परिवहन विभाग समिति अध्यक्ष मुस्तफा अंसार अहमद, पार्षद प्रतिनिधि अजय पडियार, बाबू यादव, रुपेश वर्मा आदि उपस्थित थे।
