देवी, द मदर गॉडेस का अस्तित्व मनाने के लिए अनिता रत्नम द्वारा एक वर्चुअल स्टोरी टेलिंग सत्र की मेजबानी के बाद अवनि शाह द्वारा गरबा रास कार्यशाला का आयोजन एनसीपीए करेगा
~30 सितंबर | शाम 4.00 बजे | ऑनलाइन (झूम) सत्र ~
सितंबर 2021: भारत नवरात्रि का त्योहार मनाता है जो संगीत और रंगीन पोशाकों को अपने बेहतरीन रूप में पेश करता है। यह त्योहार देवी की भावना, देवत्व के स्त्री रूप और उनके नौ रूपों का जश्न मनाता है। गरबा – मूल रूप से एक संस्कृत शब्द, या शरीर में गर्भ के होने की प्रतीकात्मक व्याख्या है, जिसके भीतर देवत्व (देवी या देवी के रूप में) रहता है। इस भावना को ध्यान में रखते हुए, नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) एक ऑनलाइन स्टोरीज़ फ्रॉम द वूम्ब की मेजबानी कर रहा है। ये स्टोरी टेलिंग सत्र है जो प्रसिद्ध कथाकार और प्रख्यात नर्तकी अनिता रत्नम द्वारा लिया जाएगा और देवी माँ की पौराणिक कहानियों को उजागर करेगा। इसके बाद प्रसिद्ध भरतनाट्यम और कथक नर्तकी अवनी शाह द्वारा गरबा रास कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
कार्यशाला के बारे में बोलते हुए, नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स में डांस प्रोग्रामिंग की प्रमुख, स्वप्नोकल्पा दासगुप्ता ने कहा, “नवरात्रि गरबा के बिना लगभग अधूरी है और वर्तमान कोविड परिदृश्य के साथ हम 9-दिवसीय उत्सव से जुड़ी भव्यता से चूक गए हैं। इसलिए, इस साल, एनसीपीए ने अनिता रत्नम और अवनी शाह के साथ वर्चुअल सत्र की मेजबानी के साथ समारोहों की शुरुआत करने का फैसला किया, जो एक क्यूरेटेड कहानी और गरबा रास के माध्यम से देवी के रूपों को श्रद्धांजलि देता है।”

अवनी शाह एक प्रतिष्ठित भरतनाट्यम और कथक नर्तकी है जो 1989 से मार्गदर्शन एवं स्कूलिंग कर रही है। उन्होंने वीडियो और फिल्म गीतों के साथ-साथ कई गरबा और डांडिया त्योहारों के लिए कोरियोग्राफ किया है। उन्होंने “देवदास” और “रामलीला” फिल्मों के लिए संजय लीला भंसाली के साथ सह-कोरियोग्राफ और सहायता की है। अवनी शाह के साथ इस जादुई यात्रा की शुरूआत करें क्योंकि वह एक मजेदार और ऊर्जा से भरी गरबा रास नृत्य कार्यशाला प्रस्तुत करेंगी।
अव्वल स्टोरीटेलर और प्रसिद्ध नर्तकी, क्यूरेटर, सांस्कृतिक उद्यमी डॉ. अनिता रत्नम एक भारतीय शास्त्रीय और समकालीन नर्तकी और कोरियोग्राफर है। भरतनाट्यम में शास्त्रीय रूप से प्रशिक्षित, उन्होंने कथकली, मोहिनीअट्टम, और ताई ची तथा कलारिपयट्टू में औपचारिक प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है, और एक इस प्रकार की नृत्य शैली का निर्माण किया है जिसे उन्होंने “नियो भारत नाट्यम” नाम दिया है। नृत्य के लिए भारत के पहले डिजिटल पोर्टल – Narthaki.com के पीछे उनका रचनात्मक दिमाग हैं। वह अपनी नवकल्पनाएं और अभिनवता के लिए जानी जाती हैं।
इस कार्यशाला के बारे अधिक जानकारी:
दिनांक: ३० सितम्बर
दिन और समय: गुरुवार शाम ४ बजे झूम पर
अवधि: 2 घंटे
शुल्क: रु. 1000/-
आयु समूह: 12+ वर्ष
पंजीकरण –
कॉल करें: 8879114939/9819002515
ई-मेल: dance@ncpamumbai.com/ sdasgupta@ncpamumbai.com
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