पायलट का गहलोत पर पलटवार, कहा- सीएम की नेता सोनिया गांधी नहीं, वसुंधरा राजे हैं
नई दिल्ली। राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से घमासान मच गया है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बीच जंग अब और तेजी होती दिखाई दे रही है। इसी क्रम में सचिन पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर बड़ा हमला बोला है।
सचिन पायलट ने जयपुर में मीडिया को संबोधित करते कहा, मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना, उसे सुनकर ऐसा लगता है कि उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं बल्कि वसुंधरा राजे सिंधिया हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी, दूसरी तरफ कहा जाता है कि सरकार को बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। जो विरोधाभास है इसको समझना चाहिए। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए।
इससे पहले रविवार को धौलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत ने हमारी सरकार के खिलाफ षडयंत्र किया था। इन्होंने कांग्रेस विधायकों को पैसे बांट दिए थे, लेकिन वसुंधरा राजे सिंधिया ने सरकार गिराने वालों का साथ नहीं दिया, जिसकी वजह से हमारी सरकार बच पाई।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने कांग्रेस विधायकों से बोला कि आपने जो भी पैसा बीजेपी के लोगों से लिया है अगर उसमें कुछ खर्च भी हो गए हैं तो मुझे बताओं मैं उसे वापस करवाऊंगा। मैं इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष से बात करूंगा, लेकिन आप सब बीजेपी का पैसा मत रखो, वे बाद में डराएंगे-धमकाएंगे। अमित शाह बहुत खतरनाक खेल खेलते हैं, उनका पैसा वापस कर दो।
बता दें कि, साल 2020 में सचिन पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ बगावत की थी। पायलट के साथ 18 कांग्रेस विधायक हरियाणा के मानेसर में करीब एक महीने तक डेरा डाले हुए थे। शुरूआत में ऐसा लगा था कि किसी भी वक्त अशोक गहलोत की सरकार गिर सकती है, लेकिन बागी विधायकों की संख्या ज्यादा नहीं होने से सरकार बच गई। बाद में कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के हस्तक्षेप के बाद राज्य में चल रहे सियासी गतिरोध को खत्म किया गया था।
