Nov 10 2025 / 1:33 AM

CoWIN ग्लोबल कॉन्क्लेव में बोले पीएम मोदी- कोरोना के खिलाफ टीकाकरण हमारी सबसे बड़ी उम्मीद

नई दिल्‍ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी से सबसे बड़ा सबक यह है कि सभी देशों को मिलकर काम करना होगा और मानवता व मानव हित के लिए मिलकर आगे बढ़ना होगा।

कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, हमें एक-दूसरे से सीखना होगा और अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में एक-दूसरे का मार्गदर्शन करना होगा। इस महामारी की शुरुआत से ही भारत महामारी में अपने सभी अनुभवों, विशेषज्ञता और संसाधनों को वैश्विक समुदाय के साथ साझा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

दुनिया भर में वायरल बीमारी के कारण जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 100 वर्षों में इस तरह की महामारी का कोई समानांतर नहीं है। प्रधानमंत्री ने कहा, अनुभव से पता चलता है कि कोई भी राष्ट्र, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो, अलग रहकर इस तरह की चुनौती का समाधान नहीं कर सकता है।

उन्होंने यह भी बताया कि टीकाकरण मानवता के लिए कोविड-19 महामारी से सफलतापूर्वक उभरने की सबसे अच्छी उम्मीद है। पीएम मोदी ने वर्चुअल कॉन्क्लेव के दौरान कहा, तकनीक कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई का अभिन्न अंग है। सौभाग्य से सॉफ्टवेयर एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसलिए हमने तकनीकी रूप से संभव होते ही अपने कोविड ट्रेसिंग और ट्रैकिंग ऐप को ओपन सोर्स बना दिया।

भारत अब कोविन को अन्य देशों में एक डिजिटल सार्वजनिक वस्तु के रूप में प्रदान करेगा, ताकि वे कोरोना वायरस बीमारी के खिलाफ अपना टीकाकरण अभियान चला सकें। मोदी ने यह भी कहा कि कोविन के माध्यम से लोगों को टीका लगाने के लिए कुछ भी साबित करने के लिए कागज के नाजुक टुकड़े ले जाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि विवरण डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि इस सॉफ्टवेयर को किसी भी देश की स्थानीय जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज किया जा सकता है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के अनुसार, कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव का उद्देश्य कोविन के माध्यम से कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए सार्वभौमिक टीकाकरण के संबंध में भारत के अनुभव को साझा करना है। एनएचए ने अपने बयान में कहा, कोविन के साथ मिलकर कोविड-19 पर जीत हासिल करने के लिए भारत दुनिया के साथ हाथ मिलाने को लेकर उत्साहित है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने सोमवार को इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया। एनएचए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) डॉ आरएस शर्मा, विदेश सचिव एचवी श्रृंगला और स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण सहित केंद्र सरकार के अन्य शीर्ष अधिकारियों के भी सभा को संबोधित करने की उम्मीद है।

कॉन्क्लेव में दुनिया भर के स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों की भागीदारी भी देखी जाएगी। मेक्सिको, कनाडा, युगांडा, नाइजीरिया सहित पचास से अधिक देश अपने टीकाकरण अभियान चलाने के लिए कोविन को अपनाने में रुचि रखते हैं।

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