16वें वित्त आयोग का दल इंदौर के स्वच्छता में अव्वल रहने के सौपानों का बना साक्षी
एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का किया अवलोकन
ट्रेचिंग ग्राउंड पर बने परी पार्क में बैठकर देखी इंदौर के स्वच्छता की सफल कहानी
इंदौर। इंदौर स्वच्छता में लगातार सात वर्षों से पूरे देश में अव्वल है। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर ने देश में विशेष मुकाम हासिल किया है। इंदौर में आया 16वें वित्त आयोग के सदस्यगणों का दल इंदौर के स्वच्छता में अव्वल रहने के सौपानों का साक्षी बना। इंदौर में आज उन्होंने देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड पहुंचकर एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट का अवलोकन किया। साथ ही उन्होंने ट्रेचिंग ग्राउंड पर बने परी पार्क में बैठकर इंदौर के स्वच्छता की सफल कहानी देखी। उन्होंने इस दौरान सूखे कचरे के निपटान हेतु बनाए गए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर, 15 लाख मेट्रिक टन क्षमता के पुराने कचरे का बायो रिमेडिऐशन पद्धति से निपटान व्यवस्था, 100 एकड़ भूमि पर फलदार एवं ऑक्सीजन देने वाले पौधों से बनाए गए सिटी फॉरेस्ट और निर्माण एवं विध्वंस अपशिष्ट प्रोसेसिंग प्लांट का जायजा लिया।
इस अवसर पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय की विशेष उपस्थिति में 16वें वित्त आयोग के सदस्य श्रीमती एनी जॉर्ज मैथ्यू, डॉ. मनोज पांडा, डॉ. सौम्याकांति घोष, सचिव श्री ऋत्विक पांडे ने यह भ्रमण किया। इस मौके पर इंदौर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव, संभागायुक्त श्री दीपक सिंह, कलेक्टर श्री आशीष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा आदि मौजूद थे। इस दौरान 16वें वित्त आयोग के सदस्यों ने इंदौर में हो रहे स्वच्छता संबंधी कार्यों की सराहना की। सदस्यों को महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने स्वच्छता के सौपानों की जानकारी दी। नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा ने गोबर-धन बायो सीएनजी प्लांट के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि यह प्लांट सीएनजी निर्मित करने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है। इसकी क्षमता 550 टीपीडी गोबर धन है, इसे बढ़ाकर 800 टीपीडी करने का लक्ष्य है। इसके लिए सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हो गई है। उन्होंने कहा कि इंदौर में हर तरह के कचरे के उपयोग की योजना भी तैयार की जा रही है। यहाँ फ्युल ब्रिकेट्स तथा लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने की योजना भी तैयार कर कार्य प्रारंभ किया जा रहा है। इंदौर में स्वच्छता के साथ ही पर्यावरण सुधार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
