Jul 08 2025 / 1:26 AM

लाल किला हिंसा मामला: 50 हजार का इनामी बूटा सिंह गिरफ्तार

नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके पर ट्रैक्टर मार्च निकाला था। इस दौरान दिल्ली में प्रदर्शनकारी किसानों न केवल जमकर हुड़दंग मचाया बल्कि हिंसा को भी अंजाम दिया था और साथ इस आंदोलन के जरिए पूरी दुनिया के सामने भारत को शर्मसार करने की भी साजिश रची गई।

इस बीच बुधवार को लालकिला हिंसा के मामले दिल्ली की क्राइम ब्रांच को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने बूटा सिंह नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। बूटा सिंह पर दिल्ली पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। बूटा सिंह लाल किले में निशान लहराने वाले आरोपी जुगराज के साथ था और लाल किले में जमकर हिंसा फैलाई थी। बता दें कि 26 जनवरी को नए किसान कानूनों के विरोध में कुछ शरारती तत्वों ने दिल्ली में जमकर बवाल काटा था।

इससे पहले इस मामले में आरोपी गुरजोत सिंह को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरजोत को पंजाब के अमृतसर से पकड़ा था। बता दें कि आरोपी गुरजोत पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था। आरोप है कि उसने लाल किले के पीछे वाले गुम्बद में चढ़कर झंडा फहराया था। उसके बाद से फरार चल रहे गुरजोत सिंह फरार चल रहा था। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के मुताबिक, उसकी गिरफ्तारी पंजाब के अमृतसर से हुई है।

गौरतलब है कि 26 जनवरी को हुई हिंसा की घटना में शामिल होने के आरोप में दिल्ली पुलिस ने हिंसा में शामिल होने के आरोप में दीप सिद्धू, जुगराज सिंह, गुरजोत सिंह और गुरजंत सिंह की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का ईनाम रखा था। इसके अलावा, जगबीर सिंह, बूटा सिंह, सुखदेव सिंह और इकबाल सिंह पर 50,000 रुपये नकद ईनाम देने का ऐलान किया गया था। दीप सिद्धू और इकबाल सिंह को बाद में लाल किले की हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा चुका है।

इससे पहले दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में दिल्ली पुलिस ने कई चौकानें वाले खुलासे किए। पुलिस की चार्जशीट के मुताबिक, 26 जनवरी को लाल किले पर हिंसा करने वालों का मकसद न सिर्फ झंडा फहराना और इसे कब्जे में लेने का था बल्कि वे इसे किसान कानून के विरोध में एक आंदोलन स्थल में बदलना चाहते थे। साथ उन्होंने दुनिया भर में मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए 26 जनवरी का ही दिन चुना।

पुलिस ने अपनी चार्जशीट में लाल किले पर हुई हिंसा को सोची समझी साजिश का हिस्सा बताया। चार्जशीट में कहा गया है दिसंबर 2020 में पंजाब और हरियाणा में ट्रैक्टरों की जबर्दस्त खरीद हुई जिसका इस्तेमाल किसानों की रैली में हुआ। दिसंबर 2019 की तुलना में दिसंबर 2020 में करीब 95 फीसदी ज्यादा ट्रैक्टरों की खरीद हुई।

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