Nov 10 2025 / 6:43 AM

कोरोना पर कांग्रेस ने जारी किया श्वेतपत्र, कहा- सरकार को तीसरी लहर को लेकर पूरी तैयारी करनी होगी

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अब थम गई है और लगातार दैनिक मामलों में गिरावट आ रही है। वहीं टीकाकरण अभियान भी तेज हो गया है। कोरोना को लेकर सरकार की बनाई नीतियों के खिलाफ लगातार विपक्षी पार्टी कांग्रेस घेरती आ रही है। इसी को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्वेतपत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने सरकार को कई सुझाव दिए हैं।

राहुल गांधी ने वर्चअली प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कहा कि कोविड 19 पर इस श्वेत पत्र का उद्देश्य सरकार पर उंगली उठाना नहीं है, बल्कि देश को संक्रमण की तीसरी लहर के लिए तैयार करने में मदद करना है। पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आएगी। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर भी हमला बोला है।

राहुल ने कहा कि तीसरी लहर को लेकर सरकार को पूरी तैयारी करनी होगी। तीसरी लहर के लिए अस्पतालों में इंतजाम हों। राहुल ने कहा कि कोरोना पर सरकार को तैयारियां सुधारनी होंगी। उन्होंने कहा कि पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले हमारे वैज्ञानिकों और डॉक्टर्स ने दूसरी लहर की बात की थी। उस समय जो कार्य सरकार को करने थे, जो व्यवहार होना चाहिए था, वह नहीं रहा और पूरे देश को दूसरी लहर का असर सहना पड़ा। राहुल ने कहा कि आज हम फिर से वहीं खड़े हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आने वाली है। वायरस म्यूटेट कर रहा है और तीसरी लहर आएगी ही। इसलिए हम एक बार फिर कह रहे हैं कि सरकार को तीसरी लहर को लेकर पूरी तैयारी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जो काम और जिन आवश्यकताओं की पूर्ति दूसरी लहर में नहीं की गयी वो सभी काम तीसरी लहर में बिलकुल किये जाने चाहिए। चाहे वह हॉस्पिटल बेड्स की आवश्यकता हो, इन्फ्रास्ट्रक्चर, ऑक्सीजन, दवाइयों की आवश्यकता हो।

राहुल गांधी ने कहा कि श्वेतपत्र का लक्ष्य एक तरह से रास्ता दिखाने का है। हमने 4 मुख्य बिंदु निकाले हैं। पहला- कोरोना वायरस की जो तीसरी लहर आने वाली है, उसकी तैयारी। ऑक्सीजन, अस्पतालों में बेड्स, दवाइयां इन चीजों की तैयारियां हों। कोरोना की तीसरी लहर आने पर लोगों को जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल जाएं।

दूसरा- कोविड बायोलॉजिकल बीमारी ही नहीं, बल्कि इकॉनोमिक सोशल बीमारी है। ऐसे में छोटे और मध्यम बिजनेस को आर्थिक मदद देने की जरूर है। तीसरा- हमने न्याय का कॉन्सेप्ट दिया है, प्रधानमंत्री दी इसका नाम भी बदल सकते हैं। वह गरीबों को सीधे फंड पहुंचाएं। चौथा- कोविड मुआवजा फंड बनाया जाए, ताकि कोरोना से मरने वालों के परिवारों को मदद पहुंचाई जाए।

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